नई दिल्ली। एमजी (मॉरिस गैराज) मोटर इंडिया ने आज भारत की पहली प्योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी - जेडएस ईवी के लिए एंड-टू-एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल इकोसिस्टम लॉन्च किया है। इस उद्योग को नया आकार देने वाले इस लॉन्च के जरिये कार निर्माता की स्वच्छ और हरियाली से भरे भविष्य के वैश्विक अभियान का अगला चरण चिह्नित होता है।
जेडएस ईवी स्वच्छ, कुशल और तेज पावरट्रेन के साथ एमजी की पहली प्योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी है। दुनिया के सबसे बड़ी बैटरी निर्माताओं में से एक सीएटीएल की नई, एडवांस 44.5 केडब्ल्यूएच, लिक्विड-कूल्ड एनएमसी (निकल मैंगनीज कोबाल्ट) बैटरी, कार को फुल चार्ज होने पर 340 किलोमीटर की यात्रा के काबिल बनाती है। यह 353 एनएम का इंस्टैंट टॉर्क और 143 पीएस की शक्ति प्रदान करती है, जो खड़ी गाड़ी को 8.5 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में सक्षम बनाती है।
एमजी मोटर इंडिया ने मल्टी-स्टेप चार्जिंग इकोसिस्टम के लिए ईवी क्षेत्र में विभिन्न ग्लोबल और स्थानीय कंपनियों से साझेदारी की है। इसका उद्देश्य जेडएस ईवी ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करना है। प्रत्येक जेडएस ईवी कहीं भी चार्ज करने के लिए ऑन-बोर्ड केबल और घरों / कार्यालयों में चार्ज करने के लिए एसी फास्ट चार्जर के साथ आती है। कार निर्माता चुनिंदा एमजी शोरूमों पर एक डीसी सुपर-फास्ट चार्जिंग नेटवर्क भी स्थापित कर रहा है और प्रमुख मार्गों पर चुनिंदा सैटेलाइट शहरों में एमजी डीलरशिप पर विस्तारित चार्जिंग नेटवर्क बनाने की योजना बना रहा है। सुपर-फास्ट डीसी चार्जर (50 किलोवॉट) के माध्यम से जेएस ईवी 50 मिनट के भीतर 80% बैटरी क्षमता तक पहुंच जाएगी, जबकि घरों में स्थापित एसी फास्ट चार्जर्स को पूर्ण चार्ज में लगभग 6 - 8 घंटे लगेंगे।
एमजी मोटर इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव चाबा ने कहा, “भारत में ईवी क्रांति के लिए एमजी मोटर इंडिया उत्साही है और उत्प्रेरक का काम कर रहा है। इसके जरिये एमजी ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों के साथ मिलकर मजबूत, एंड-टू-एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल इकोसिस्टम बना रहा है। सही मायनों में ग्लोबल और बेस्ट-इन-क्लास ईवी एसयूवी जेडएस ईवी ने पहले ही यूनाइटेड किंगडम (यूके), यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे 10 से अधिक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बड़ी सफलता हासिल की है। भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इसका व्यापक परीक्षण किया गया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह भारत में अपनी सफलता का परचम फहराएगी, जिसका श्रेय हम मजबूत ईवी इकोसिस्टम को दे रहे हैं। हम ग्राहकों के फीडबैक के आधार पर भारत भर के और अधिक बाजारों में इस इकोसिस्टम को लेकर जाने के अवसरों का आकलन करेंगे।”