एम. ए. सिद्दीकी
नई दिल्ली। बाहरी जिले के थाना कंझावला के अन्तर्गत कराला गांव की विवादित भूमि दो युवकों को भूमाफियाओं ने बेच दी। जब तक पीड़ित को पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी और जालसाजी हो चुकी है तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पीड़ित युवकों ने जब भूमाफियाओं से अपनी दी हुई रकम को वापिस मांगा तो पहले तो टाल-मटोल करते रहे हैं। जब रकम वापिस मांगने के लिए दबाव बनाया तो भूमाफियाओं ने रकम वापिस करने से इंकार कर दिया और फर्जी केस में फंसाने तथा जान से मारने की धमकी देने लगे। थाना कंझावला पुलिस की भूमिका इस मामले में संदिग्ध हो रही है। पीड़ितों की फरियाद सुनने के बजाये पुलिस मामले को रफा-दफा कराने में लगी हुई है।
पीड़ित युवक अभिलाख ंिसह तथा उसका साझीदार राज कुमार पांचाल ने पुलिस के आला अधिकारियों को लिखित शिकायत में कहा है कि 21 अगस्त 2018 को उन्हांेने खसरा नम्बर 93/10/1 (2-15) तथा 93/10/1 (2-01) जो कि कराला गांव की जमीन है को छतर पाल पुत्र श्री बिहारी लाल निवासी खसरा नम्बर 92/5, शिव विहार, कराला, दिल्ली-110081 से जमीन खरीदी। जिसके कागजात जपीए, , एग्रीमेंटटू सेल, एफिडेविट, पेमेंट रिसीप्ट, पजेशन लेटर, इत्यादि दिए। पीड़ितो का कहना है कि उन्होंने 21 अगस्त को दस हजार रूपये का भुगतान पंजाब नेशनल बैंक के चेक सख्या 326172 के माध्यम से किया। इस चेक को छतर पाल ने अपने भाई गिरवर के नाम से लिया था। क्योंकि छतर पाल ने कहा कि उसका बैंक खाता नहीं है। 80 हजार रूपये 21 अगस्त 2018 को नकद लिए। जिसकी रसीद छतर पाल ने दी है। इसके अलावा विभिन्न किस्तों में मार्च 2019 तक तकरीबन 40 लाख रूपये ले चुके है। छतर पाल ने कहा िकवह अरूण खन्ना पुत्र श्री शांति स्वरूप खन्ना निवासी सी-63, न्यू मुलतान नगर, दिल्ली-110063 के यहां नौकरी करता है। यह भूमि अरूण खन्ना की है। पीड़ित समय समय पर खरीेदे गए प्लॉट पर देखने के लिए जाते रहे हैं। पीड़ित जब 30 मार्च 2019 को अपने प्लॉट पर गए तो पाया कि वहां पर कुछ लोग मौजूद है। जब उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि यह भूमि छतर पाल की नहीं है। बल्कि खसरा नम्बर 93/10/1 (2-15) की भूमि रमेश कुमार पुत्र श्री रूानी राम निवासी कराला गांव, दिल्ली-110081 की है। जिसका विवाद अदालत में चल रहा है। खसरा नम्बर 93/10/1 (2-01) की भूमि अरूण खन्ना तथा उसकी रिश्तेदार अंशो देवी पत्नी नरेश कुमार निवासी ए-204, न्यू राजेन्द्र नगर, नई दिल्ली-110060 की है।
पीड़ितों ने उपरोक्त लोगों द्वारा धोखाधड़ी करने का अरोप लगाया है। पीड़ित अभिलाख सिंह ने संयुक्त पुलिस आयुक्त, उत्तर रेंज को लिखे पत्र में लिखा है कि उनके साथ हुई इस धोखाधड़ी और ठगी करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने का कष्ट करें। उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी लिखा है कि जब वह थाना कंझावला पुलिस के पास गए तो पुलिस ने उनकी फरियाद नहीं सुनी बल्कि समझौता करने की बात कहकर टहला दिया। पीड़ितों का यह भी कहना है कि ज बवह अपनी रकम को मांगने गए तो उनको रकम वापिस देने से इंकार कर दिया और शिकायत करने पर जान से मरवाने और फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देने लगे। अरूण खन्ना ने कहा कि मेरी पंजाब में पुलिस और बदमाशों के साथ अच्छी पैंठ है जब चाहे तुम लोगों को काम तमाम करवा दूंगा।
इस सन्दर्भ में बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त का कहना है कि मामले की छानबीन चल रही है। जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं अरूण खन्ना से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल नम्बर 9312435506 पर सम्पर्क किया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।
भूमाफियाओं ने बेच दी विवादित भूमि, पीड़ित न्याय के लिए खा रहा है दर-दर की ठोकरें